क्या बताऊं अपने बारे में ... बस इतना समझ लीजिए की पागल हवा का झोंका हूँ .. .. जो मन करता है वही करता हूँ ... बक-बक करने की आदत है सो ब्लॉग लिख कर मन बहलाता हूँ ..... ज़मीन से जुड़ा हूँ .. सो ज़मीन की बातें करता हूँ .. छोटी-छोटी चीज़ो में खुशी ढूँढने की कोशिश करता हूँ ... बॉस मैं ओल्ड फेशन्ड .. थोड़ा सा कन्सर्वेटिव .. दूरदर्शन जेनरेशन का आदमी हूँ .. मिलने की उम्मीद करता हूँ .. बिछड़ने से डरता हूँ .. सपने देखता हूँ .. इससे ज़्यादा मेरे बारे में क्या जानोगे.... !!!!
Sunday, 16 June 2013
LUV U DAD
4 वर्ष की आयु मेँ : मेरे पापा महान है.!
6 वर्ष की आयु मेँ : मेरे पापा सबकुछ जानते है.!
10 वर्ष की आयु मेँ : मेरे पापा बहुत अच्छे
है,लेकिन गुस्सा जल्दी हो जाते है.!
13 वर्ष की आयु मेँ : मेरे पापा बहुत अच्छे थे
जब मैँ छोटा था.!
14 वर्ष की आयु मेँ : मेरे पापा बहुत तुनक
मिजाज के होते जा रहे है.!
16 वर्ष की आयु मेँ : पापा जमाने के साथ
नही चल पाते, बहुत पुराने ख्यालो के है.!
19 वर्ष की आयु मेँ : पापा लगभग सनकी होते
जा रहे है.!
20 वर्ष की आयु मेँ : हे भगवान अब
तो पापा को झेलना मुश्किल है, पता नही
मम्मी कैसे सहन कर लेती है.!
25 वर्ष की आयु मेँ : पापा तो मेरी हर बात
का विरोध करते है.!
30 वर्ष की आयु मेँ : मेरे
बच्चो को समझाना बहुत मुश्किल है, मैँ
तो पापा से बहुत डरता था.!
40 वर्ष की आयु मेँ : मेरे पापा ने मुझे बडे
अनुशाशनिक तरीके से पाला, मुझे
भी पालना पडेगा अब.!
45 वर्ष की आयु मेँ : मैँ आश्चर्य चकित हु
कि कैसे मेरे पापा ने मुझे बडा किया होगा.?
50 वर्ष की आयु मेँ : जबकि मै
अपनी इकलोती औलाद की देखभाल भी ठीक
तरीके से नही कर पाता.!
55 वर्ष की आयु मेँ : मेरे पापा बहुत दुरदर्शी थे,
वो हमारे भविष्य के बारे मेँ
काफी सोचते थे.!
60 वर्ष की आयु मेँ : मेरे पापा उच्च कोटि के
इन्सान है,जबकि मेरा बेटा मुझे
सनकी समझता है.!
वाकई मेँ मेरे पापा बहुत महान थे.!
पापा महान है इस बात को पुरी तरह समझने के
लिए मुझको पुरे 56 साल लग गये.!
आशा है की आपको 56 साल नहीं लगेंगे |
.love you papa.
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A lost hope
Fountains of lament burst through my desires for you.. Stood like the height of a pillar that you were, I could see your moving eyes ...
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अगर यकीं नहीं आता तो आजमाए मुझे वो आईना है तो फिर आईना दिखाए मुझे अज़ब चिराग़ हूँ दिन-रात जलता रहता हूँ मैं थक गया हूँ हवा से कहो बुझाए ...
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Fountains of lament burst through my desires for you.. Stood like the height of a pillar that you were, I could see your moving eyes ...
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परिंदे छत पे बुलाते हैं बैन करते हैं मेरी बयाज़ दिखाते हैं बैन करते हैं इन्हें पता ही नहीं बंद खिड़कियों की सिसक ये लोग रो नहीं पाते है...
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