Sunday, 12 April 2015

मैने हार मान ली है .....

आज बहुत हारा हुआ सा महसूस कर रहा हूँ ... लगता है मानो किसी ने शरीर में से पूरी जान ही निकल दी हो ... आज वो पास आउट होकर निकल रही है .. फ़ेसबुक पर वाल्फि (valfi) की फोटो डाली है ... मैं अंदर ही अंदर जल रहा हूँ ... रोना सा आ रहा  है ... आँखिर मेरे साथ ही ऐसा क्यूँ होता है ... लोग वाल्फि की फोटो खींच खींच कर डाल रहे है .. और मैं यहाँ चू##यों की तरह बैठकर ब्लॉग पोस्ट कर रहा हूँ ... वो काफ़ी बदल गयी है .. लो अब तो लॅपटॉप की बेटेरी ने भी साथ छोड़ दिया ... चार्जिंग पे लगाता हूँ...वो बिकुल अपनी मम्मा जैसी दिखती है ... उसकी एक फोटो देख कर खूब रोया ... वो जो कभी मेरा नही था उसपे ... खुद ही अपना हक़ जताने चला था ... नतीजा तो यही होना था ... बहुत होशियार है पढ़ाई में ... 9.5 कुछ  cgpa थी .. पूरे चार साल भर .. होनोर्स की डिग्री मिली है ... दिमाग़ ऐसा शार्प है की डाइमंड को भी कट कर दे ... एक sem में तो पर्फेक्ट 10 थे ... दिखने में बला की जितनी खूबसूरत उतनो ही पढ़ाई में होशियार  ...

मैं तो खुद को tees maar khan समझ रहा था .. पर आज उसने मुझे फिर से ज़मीन पर पटक दिया ..
पर चलो जो भी है ... she deserves it.... हर चीज़ में अव्वल है .. पढ़ाई खेल कूद गाना बजाना ... उसकी cv देखी दिमाग़ खराब हो गया मेरा.. ऐसे cv किसी की कैसे हो सकती है ... फुल ऑफ अचीव्मेंट्स .... शर्म आती है मुझे खुद पर...

मुझे जीने का कोई हक़ नही है ... मुझे तो मर ही जाना चाहिए ....

अब नही सहा जाता यार .. मैने हार मान ली है .....

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