Friday, 28 July 2017

इश्क में शहर होना

मैं आज स्माल टाउन-सा फील कर रहा हूं…
और मैं मेट्रो-सी
हाँ, जब भी तुम साउथ एक्स से गुज़रती हो, मैं करावल नगर-सा महसूस करता हूँ.
चुप करो. तुम पागल हो. दिल्ली में सब दिल्ली-सा फ़ील करते हैं.
ऐसा नहीं है. दिल्ली में सब दिल्ली नहीं है. जैसे हर किसी की आँखों में इश्क़ नहीं होता…
अच्छा, तो मैं साउथ एक्स कैसे हो गई?
जैसे कि मैं करावल नगर हो गया.
सही कहा तुमने…
ये बारापुला फ्लाइओवर न होता तो साउथ एक्स और
सराय काले खाँ की दूरी कम न होती.
तुम मुझसे प्यार करते हो या शहर से?
शहर से; क्योंकि मेरा शहर तुम हो.

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